तीनों अंदर गये , जारा पागलों की तरह इधर – ऊधर देख रही है विराट बिलकुल पास गया और बोला –“ तुम्हारा नाम क्या है , [ जारा देख रही है ] अगर नाम नहीं बताना तो अपनी फैमली का नंबर तो बता दो , जारा तीनों की तरफ देख रही है कुछ नहीं बोल रही ,
गुल्लू बोला –“ मुझे तो लगा गूंगी है ,,
विराट –“ अरे दिवाली के जले हुए पटाखे , इतनी सुंदर लडकी गूंगी हो सकती है
क्या ,,
टोनी बोला –“ क्या बोला .....,,
विराट उलझता हुआ –“
नहीं
..., मेरा मतलब ये बावली नहीं है
इतने में देखते हैं जारा धीरे – धीरे कुछ बोलने की कोशिश कर रही
है ,
टोनी देखकर बोला –“
अरे
ये कुछ बोलने की कोशिश कर रही है ,, गुल्लू जारा के पास गया और बिलकुल पास मुंह करके बोला –“
हमें तुम्हारे घर का नंबर चाहिए .........,,
जारा गुल्लू के बाल पकड़ लेती है , गुल्लू छुडवाने की कोशिश करता है , जारा नहीं छोड़ रही
है , गुल्लू चीखने लगा , सुनकर नर्स डोक्टर आये और गुल्लू
के बाल छुडवाये |
गुल्लू अपने सर पर हाथ फेरते हुआ , गुस्से से बोला –“ मुझे तो लगता है ये पागल है ,,
सब हैरान , जारा अभी भी पागलों की तरह देख रही
है , कभी डॉक्टरों की
तरफ कभी गुल्लू की तरफ
डोक्टर बोला –“ देखिये इसकी दिमागी हालत ठीक नहीं
है , कल आपको हंम छुट्टी दे देंगे , चार दिन ,पट्टी होने के बाद देखते हैं क्या होता है , किशोर , गुल्लू , विराट एक दुसरे की तरफ देखते हैं ,
, फिर
डोक्टर की तरफ देखते हैं
डोक्टर –“ ठीक है मैं चलता हूँ , आप इसे जूस लाकर पिलादो ,,
डोक्टर
चला गया , सब चले गये , तीनों ही जारा के पास है , टोनी बोला – “ अब कहाँ भेजें इस बिना पते के
पार्सल को ,, विराट बोला –“ पता नहीं किसकी पत्नी है , मेरे नाम के साथ इस हाफ बॉडी को
ऐसे ही जोड़ दिया
इधर रात का वख्त है , रोहन का पिता बैंक मनेजर है , माँ हॉउस वाइफ है ,रोहन का सपना कलाकार बनने का है , ग्रोवर अपने लैपटॉप पे कोई काम कर
रहा है , रोहन की माँ फोन पे बात कर रही हैं , फोन काट कर , ग्रोवर के पास आई ,ग्रोवर देखकर बोला –“
रोहन
आया नहीं अभी तक ,,
पत्नी –“ कब से फोन ट्राई कर रही हूँ , लग नहीं रहा ,,
ग्रोवर –“ बताके नहीं गया ,,
पत्नी –“ बोल रहा था , कोई लड़की मुझे कनाडा से मिलने आ
रही है ,,
ग्रोवर –“ और तुमने भेज दिया ! तुंम उसे बिगाड़ रही हो , अच्छी नौकरी मिल रही थी , पर क्लाकार बनने का भूत सवार हो
गया ,,
पत्नी –“ कोई लड़की उसे पसंद करती है उसे
मिलने गया हैं ,,
ग्रोवर –“ मैं तो कुछ नहीं बोलूँगा जो करना
है करे , थक गया हूँ मैं तो समझा कर , तुम्हें भी और उसे भी
इधर रोहन
पुरे दिन से घुंम रहा है , जारा का कोई पता नहीं चला ,रोड़ पर तलाश करते रात के दस बज गये
, रोहन वहीं से देखता हुआ जा रहा है , जहाँ जारा का एक्सीडेंट हुआ था कुछ
देर चल कर , कार रोक कर कार से उतर गया , और निचे ही रोड के किनारे खंबे का सहारा लेकर बैठ
गया , परेशान है , बोला –“
कहाँ
चली गई है जारा तू ,,
इधर होस्पिटल
में रात 11:16 pm का वक्त , गुल्लू , विराट ,जारा के पास ही सो रहे हैं , गुल्लू निचे ही कपडा बिछा कर सो रहा है , विराट एक कुर्सी पर , नीद की वजह से ढोल रहा है , और नीद जादा आने की वजह से निचे
गिर गया , और गुल्लू नीद में ही बोला –“
हाच ....,
बिल्ली
परेशान करती रहती है , विराट गुल्लू की तरफ देखता है , और उठकर अपनी कुर्सी सीधी करता है , कुर्सी के गिरने की आवाज से , जारा भी जाग गई , विराट पानी की बोतल उठाता है और , अपने मुंह पर छींटे लगाता है , और जारा की तरफ देखता है , और बोला पानी पीना हैं ,, जारा जूस के गिलास की तरफ हाथ करके , बोली –“ वो ....... ,,
विराट गिलास की तरफ देखकर बोला –“
अच्छा
जूस ... पर अभी तो पिलाया था ,,
जारा
बोली –“ नहीं वो .......पीना है ,,
विराट एक गिलास में जूस डाल कर देता , और जारा को अपनी बाँहों के सहारे
से उठा कर बैठा देता है , जरा के हाथ पर थोड़ी चोट है , विराट गिलास जारा के मुहं के साथ
लगा देता है , जारा जूस पी गई
विराट धीरे
से बोला –“ अरे यार तुम्हारे घर का पता बता दो , हम अकेले ,तुमको कहाँ सम्भालेंगे ,,
जारा को कुछ समझ नहीं आ रहा वो बस विराट की तरफ देख
रही है